छत्तीसगढ़ के पास्टर बजरंग की गिरफ्तारी के बाद हंगामा, विरोधियों पर FIR दर्ज

 
छत्तीसगढ़ में पास्टर बजरंग जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद मसीहियों का विरोध प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ में पास्टर बजरंग जायसवाल की गिरफ्तारी पर मसीहियों का विरोध, वार्ड पार्षद समेत कई पर FIR

कोरबा (छत्तीसगढ़): कटघोरा के पास्टर बजरंग जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय मसीही समुदाय में भारी नाराज़गी देखने को मिली। गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में मसीही विश्वासी थाना परिसर पहुँचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।


थाने का घेराव, मसीहियों की एक ही मांग — विरोधियों पर FIR दर्ज की जाए

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मसीही समुदाय ने थाने का घेराव किया और इस मांग पर अड़े रहे कि चर्च का विरोध करने वालों पर तत्काल FIR दर्ज की जाए।

पुलिस ने उन्हें आवेदन देने की सलाह दी, लेकिन समुदाय बिना FIR दर्ज हुए थाने परिसर से हटने को तैयार नहीं था।


पुलिस ने दर्ज की FIR — माहौल शांत हुआ

लंबे तनाव और बातचीत के बाद पुलिस को अंततः विरोधी वार्ड पार्षद हरीश यादव, तथा उनके सहयोगी —

आशा यादव

श्यामा सोनी

सविता रजक

के खिलाफ FIR दर्ज करनी पड़ी।

FIR दर्ज होते ही माहौल धीरे-धीरे शांत हुआ और लोग वापस लौटने लगे।


मामला क्या है?

स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ दिनों से क्षेत्र में चर्च गतिविधियों को लेकर विवाद चल रहा था। पास्टर की गिरफ्तारी ने इस तनाव को और बढ़ा दिया, जिसके बाद मसीही समुदाय ने एकजुट होकर आवाज उठाई।


मसीही समुदाय का बयान


विरोध करने वालों का कहना है कि—

"चर्च पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पास्टर की गिरफ्तारी गलत थी, इसलिए हमने शांति से न्याय की मांग की।"


आगे की कार्रवाई

पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है, और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

समुदाय में अब भी तनाव बना हुआ है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।

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